कैसे पहुँचें कुंभ स्थल- भारत आस्थाओं से भरा एक आध्यात्मिक देश है। इसीलिए यहां सभी धार्मिक आयोजन पूरी आस्था के साथ मनाए जाते हैं। कुंभ मेला भी यहां होने वाला एक भव्य आयोजन है। देश का यह सबसे बड़ा धार्मिक मेला अपनी परंपरा के अनुसार चार स्थानों पर होता है – हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक। इस बार यह प्रयागराज (इलाहबाद) में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम तट पर आयोजित हो रहा है।
कुंभ कब और कैसे जाएं
कुंभ का महापर्व अब बस कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है। 15 जनवरी से 04 मार्च के बीच किसी भी उपयुक्त दिन आप इस मेले का आनंद उठाने और पवित्र नदियों में डुबकी लगाने जा सकते हैं। यदि आपके मन में यह प्रश्न उठ रहा है कि कुंभ तक कैसे पहुंचा जाए और कहाँ रुकें तो इस लेख में आपको आपके इन प्रश्नों के उत्तर अवश्य मिलेंगे। प्रयागराज पहुँचने के लिए बस, रेल और फ्लाइट सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने मेले में पहुँचने और वहां ठहरने के काफी अच्छे इंतज़ाम किये हैं।
कुंभ नगरी पहुंचने के लिए विभिन्न मार्ग
1. रेल मार्ग –
उत्तर मध्य रेलवे जोन का मुख्यालय है प्रयागराज (इलाहाबाद)। यहां पर मौजूद 10 रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों से जुड़े हुए हैं। ये प्रमुख शहर हैं – दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, इंदौर, ग्वालियर, भोपाल, लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, पुणे, रायपुर, भुवनेश्वर, देहरादून आदि। इलाहाबाद के ये 10 रेलवे स्टेशन हैं :-
स्टेशन कुंभ मेले तक दूरी (कि. मी. में)
इलाहाबाद छिवकी (ए.सी.ओ.आई.) 9.4
नैनी जंक्शन (एन.वाई.एन) 7.2
इलाहाबाद जंक्शन (ए.एल.बी) 6.5
फाफामऊ जंक्शन (पी.एफ.एम) 11.9
सूबेदारगंज (एस.जी) 11.2
इलाहाबाद सिटी (ए.एल.वाई) 3.8
दारागंज (डी.आर.जी.जे) 1.3
झूसी (जे.आई) 7.6
प्रयाग घाट (पी.वाई.जी) 1.5
प्रयाग जंक्शन (पी.आर.जी) 5.0
कुंभ मेला पहुंचने के लिए आप अपनी बुकिंग irctc.co.in वेबसाइट एवं रेल कुंभ ऐप पर कर सकते हैं। कुंभ मेले के लिए लगभग 800 विशेष रेल चलाई गई हैं। रेल मार्ग प्रत्येक गंतव्य स्थल से सरल रहेगा। आप की सुविधाओं के लिए सरकार ने भी पूरी तैयारी की है।
2. सड़क मार्ग –
भारत के राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग के माध्यम से प्रयागराज देश के लगभग सभी हिस्सों से जुड़ा हुआ है। आप जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, आदि राज्यों की राजधानी से सीधे प्रयागराज तक पहुंच सकते हैं। तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों के लिए प्रयागराज में 3 बस अड्डे मौजूद हैं जो अंतर्राज्यीय बस सेवाओं के माध्यम से देश के विभिन्न मार्गो तक आपको पहुंचाते हैं। इसलिए आप सड़क मार्ग अपना कर भी आसानी से कुंभ का आनंद लेने पहुंच सकते हैं।
स्पेशल बसों का संचालन –
- पहला चरण : 13 से 29 जनवरी तक 200 बसें
- दूसरा चरण : 30 जनवरी से 14 फरवरी तक 400 बसें
- तीसरा चरण : 15 फरवरी से 05 मार्च तक 200 बसें
3. हवाई मार्ग –
कुंभ नगरी पहुंचने के लिए आप वायु मार्ग का उपयोग भी कर सकते हैं। इलाहाबाद डोमेस्टिक हवाई अड्डा जो कुंभ मेला क्षेत्र से लगभग 12 किलोमीटर दूर है आवागमन की अच्छी सुविधा के साथ उपलब्ध है। इसे बमरौली एयर बेस भी कहा जाता है। इसके अतिरिक्त प्रयागराज के निकट दो अन्य हवाई अड्डे भी हैं। वाराणसी में स्थित लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा जो लगभग प्रयागराज से 130 किलोमीटर दूर है और लखनऊ का अमौसी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जो प्रयागराज से लगभग 200 किलोमीटर दूर है। कानपुर हवाई अड्डा भी प्रयागराज से 200 किलोमीटर दूर है। इन मार्गों का उपयोग करके भी आप कुंभ नगरी आसानी से पहुंच सकते हैं। भारत के कुछ प्रमुख शहरों से प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए आप इन निम्नलिखित फ्लाइट्स का उपयोग कर सकते हैं –
स्थान संचालक कंपनी दिन
दिल्ली एयर इंडियन प्रतिदिन
लखनऊ जेट एयरवेज मंगल/गुरुवार/रविवार
पटना जेट एयरवेज गुरुवार/रविवार
इंदौर जेट एयरवेज सोमवार/बुधवार/शनिवार
नागपुर जेट एयरवेज सोमवार/बुधवार/शनिवार
4. जलमार्ग –
इस बार प्रयाग के कुंभ मेले में पहुंचने के लिए आप जलमार्ग की सुविधा भी प्राप्त कर सकते हैं। इस सुविधा का संचालन सरकारी व निजी दोनों स्तरों पर होगा। इस बार लगभग 10 अस्थाई टर्मिनल बनाए जाएंगे जिसमें से 5 टर्मिनल गंगा नदी पर और पांच यमुना नदी पर होंगे। जहां अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण वाले अपनी नौका उतारेंगे तो वहीं निजी ऑपरेटर भी नौका उतारने में पीछे नहीं रहेंगे।
प्रयागराज पहुंचने के बाद –
एक बार आप प्रयागराज पहुंच जाए उसके बाद रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप, एयरपोर्ट से आपको कुंभ मेले में पहुंचने के लिए आसानी से ऑटो रिक्शा, सिटी बसें या अन्य स्थानीय गाड़ियां मिल जाएंगी।
आवास सुविधा –
इसके अलावा अगर बात करें आवास सुविधा की तो प्रयागराज में तीर्थयात्री और पर्यटकों के लिए रहने के लिए विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। यह सुविधा निजी रूप में भी उपलब्ध है और सरकार द्वारा भी उपलब्ध है। इसमें डीलक्स होटल, बजट होटल, विरासत होटल, गेस्ट हाउस, धर्मशाला और विभिन्न शिविर शामिल हैं। आप चाहें तो अपनी सुविधानुसार ऑनलाइन होटलों की बुकिंग भी कर सकते हैं। इसके अलावा सरकार रेलवे स्टेशन पर भी रैन बसेरों का इंतिज़ाम करेगी और इसके साथ ही मेला क्षेत्र में भी टेंट की सुविधा रहेगी।