Interesting facts about Diwali in Hindi
दीपावली, भारत में हिन्दुओं द्वारा मनाया जाने वाला सबसे बड़ा त्योहार है। दीपों का खास पर्व होने के कारण इसे दीपावली या दिवाली नाम दिया गया है । दीपावली का मतलब होता है, दीपों की अवली यानि पंक्ति। इस प्रकार दीपों की पंक्तियों से सुसज्जित इस त्योहार को दीपावली कहा जाता है।
दीपावली की शुभकामनाएं – दिवाली मानाने के 8 दिलचस्प तथ्य | Interesting facts about diwali
“दिवाली मुबारक” – आने वाले कुछ दिनों तक इन्हीं बधाई संदेशों की धूम रहेगी, क्योंकि भारत का प्रमुख त्योहार दिवाली अब दरवाजे पर दस्तक दे चुका है। दीपावली के पर्व से जुड़ी एक अनोखी बात यह है कि यह पर्व 5 दिनों का होता है जो दीपावली के 2 दिन पहले धनतेरस से शुरू होता है।
फिर दूसरे दिन छोटी दीपावली या नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है। तीसरे दिन दीपावली का मुख्य त्यौहार होता है। चौथे दिन गोवर्धन पूजा और पांचवें दिन भैया दूज के साथ यह त्यौहार संपन्न होता है। इस वर्ष 5 नवंबर से इस पर्व की शुरुआत हो रही है जिसकी अगले पांच दिन यानि 9 नवंबर तक धूम रहेगी।
दिवाली कैसे मनाएं | (Watch Video)
अब हम आपको जानकारी देंगे कि दिवाली का त्यौहार कैसे मनाएं एवं इस दिन की प्रचलित परंपराएं क्या हैं। दिवाली पर घरों की साफ-सफाई और रंग-रोगन करवाना चाहिए। इसके साथ ही रंगीन लटकन एवं रोशनी से भी घर को सजाना चाहिए। इस दिन घर के मुख्य द्वार पर कुछ लोग रंगोली भी बनाते हैं।
दिवाली की रात सभी हिंदू लक्ष्मी-पूजन करते हैं, इस समय गणेश जी, विष्णु जी, सरस्वती माता और कुबेर जी का आवाहन भी करना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इस रात स्वयं लक्ष्मी माता सभी देवताओं के साथ गृह में प्रवेश करती हैं, इसलिए कई जगह भक्त घर के द्वार खुले रखते हैं।
व्यापारी वर्ग को इस दिन अपने व्यापार स्थल पर लक्ष्मी पूजन करके शुभ लाभ के चिह्न अंकित करने चाहिए। साथ ही बाकी लोगों को भी अपने घर के मुख्य द्वार पर ऊं, स्वास्तिक और शुभ-लाभ जैसे सौभाग्यशाली चिह्न अंकित करने चाहिए।दीपावली की असली रौनक इस रात को जलाए जाने वाले दीपकों और आतिशबाजियों से होती है।
अंधेरी रात में करोड़ों करोड़ों दीपक जलते हैं तो अनुपम दृश्य उपस्थित हो जाता है। बच्चे बम, पटाखे, फुलझड़ियां, अनार व आतिशबाजी जलाकर खुशी प्रकट करते हैं और इस अवसर पर उनका उत्साह भी देखने लायक होता है। इस दिन मिठाई की भी भरमार होती है। हर घर में विभिन्न तरह के पकवान तैयार किए जाते हैं जिन्हें दोस्तों और संबंधियों के घर जाकर, उनसे मिलकर बांटा जाता है।
दिवाली मनाने के तथ्य | Interesting facts about Diwali
आइये अब जानते हैं इस प्रमुख त्यौहार से जुड़े कुछ रोचक तथ्य जिन्हें जानकर आपकी दिवाली और भी रौशन हो जाएगी।
- दीपावली दो शब्दों के मेल से बना है ‘दीप’ और ‘आवली’ यानि दीयों की पंक्ति या श्रृंखला। इस दिन सभी अपने-अपने घरों को दीयों से सजाते हैं और इसका शाब्दिक अर्थ भी इसी ओर संकेत करता है।
- यह त्यौहार दुनिया के 80 करोड़ से ज्यादा लोग विभिन्न तरीके से मनाते हैं। इसका अर्थ है दुनिया में मौजूद हर 7वां व्यक्ति दिवाली मनाता है।
- दीपावली का पर्व पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जैसे क्षेत्रों में काली पूजा नाम से जाना जाता है। और इस दिन वहां लक्ष्मी माता की जगह काली माता की पूजा की जाती है।
- दिवाली की रात लोग पूजा के बाद अपने घरों को घी और तेल के दीयों से सजाते हैं। इस रात करीब 5000 करोड़ रुपए के पटाखे जला दिए जाते हैं। इस दिन बही-खाते और नगदी की पूजा करना भी शुभ माना जाता है।
- दिवाली मनाने के पीछे प्रमुख कारण यह है कि इस दिन श्री राम, माता सीता और भ्राता लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या वापस आए थे।
- इसी खुशी में लोगों ने घी के दीए जलाकर पूरी अयोध्या नगरी को सजाया था। लेकिन इसके साथ ही दिवाली मनाने के और भी कई कारण प्रचलित हैं, जैसे इसी दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था और भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी का विवाह संपन्न हुआ था।
- इसी दिन सिखों के प्रसिद्ध स्वर्ण मंदिर की नींव सन् 1577 में रखी गई थी और सिखों के तीसरे गुरु हरगोविंद सिंह जी मुगल सम्राट शाहजहां के चंगुल से मुक्त हुए थे। जैन धर्म के अनुयाई भी महावीर स्वामी द्वारा मोक्ष की प्राप्ति को चिन्हित करने के लिए दीपावली का त्यौहार मनाते हैं।
- दिवाली के दिन भारत समेत कुल 12 देशों में सरकारी छुट्टी होती। भारत के अलावा अन्य देश हैं – सिंगापुर, मलेशिया, म्यामार, नेपाल, गयाना, टोबैको, मॉरीशस, श्री लंका, सूरीनाम, त्रिनिदाद एवं पाकिस्तान का सिंध प्रांत।
हमारी ओर से दीपावली की शुभकामनाएं!
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