Story Of Kaal Bhairav
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Опубликован в 18 May 2020 / В
Новости и политика
अगहन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कालभैरव अष्टमी मनाई जाती है। इस दिन भगवान काल भैरव का जन्म हुआ था। शिव पुराण के अनुसार कालभैरव को भगवान शिव का अवतार माना जाता है, ये भगवान शंकर के दूसरे रूप हैं। इस बार काल भैरव अष्टमी 10 नवंबर, शुक्रवार के दिन है। इनकी पूजा से घर में नकारत्मक ऊर्जा, जादू-टोने, भूत-प्रेत आदि का भय नहीं रहता।
आइए जानते हैं काल भैरव की कहानी |
Credit/Source:- https://www.youtube.com/watch?v=2fuZG1auH1k
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