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Mysteries Of God Shiva

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Purvi Aggarwal
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Опубликован в 17 Jun 2020 / В Новости и политика

⁣भगवान शिव स्वयं काल के देवता हैं तभी तो हम उनको महाकाल कहते हैं वह श्मशान वासी भी हैं। वह अपने शरीर पर शवों को जलाने के बाद बची राख को भी अपने शरीर पर धारण करते हैं।

देवों के देव महादेव मोक्ष के देवता हैं। उनकी आराधना करके मनुष्य अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करता ही है, साथ ही साथ उनकी कृपा से वह संसार रुपी भव सागर को भी पार कर जाता है। शरीर पर भस्म और माथे पर त्रिपुंड धारण करने वाले भगवान शिव स्वयं महाकाल हैं। सोमवार को उनकी आराधना करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

भगवान शिव सभी देवताओं में सबसे अलग और विरले हैं। उनकी वेश-भूषा, गले में सर्प, मस्तक पर चंद्रमा, जटा में गंगा, हाथ में त्रिशूल और डमरू। इन सबके एक खास मायने हैं। ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट आज आपको बता रहे हैं कि भगवान शिव अपने शरीर पर भस्म क्यों लगाते हैं और उसके मायने क्या हैं?


Credit/Source:- ⁣https://www.youtube.com/watch?v=kXRrash91J8

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