Rudri Path - Vedic Chanting
दोस्तों आज हम आपको भगवान शिव के बारे में ही बताने जा रहे है| जिस का वरना न तो आपके pandit जी ने किया होगा न आप इसके बारे में जानते होगे आज हम भगवान शिव और रुद्री पथ के बारे में बात करेगे| आखिर रुद्री पथ क्या है और इसका भगवान शिव से क्या मेल है| आइये जानते है विस्तार से|
आपने रुद्री पथ का नाम पहली बार सुना होगा और बहुत लोग शायद जानते भी होगे| रुद्री पथ भगवान शिव को कहा जाता है|रुद्री का अर्थ होगा है महिमा और इस में अगर पथ लगा दिया जाए तो महिमा का गुणगान कहा जाता है रुद्राष्टाध्यायी का यजुर्वेद का अंग ही माना जाता है। ऐसे ही रुद्र का अगर अर्थ समझे तो रुत् और रुत् का अर्थ दुखों को नष्ट करने वाला| इस लिए भगवान शिव को रुद्री पथ का नाम दिया गया है क्यों की भगवान शिव ही संसार के पालनहार है और अगर उनकी भक्ति मन से की जाए तो सारे दुःख अपने आप ही दूर हो जाते है| भगवान शिव बहुत भोले है वो अपने भक्तो से जल्दी ख़ुश हो जाते है और उनकी हर मनोकामना पूरण करते है|
उनकी भक्ति करने से सरे पाप से मुक्ति तो मिलती है साथ ही सरे दुःख से भी छुटकारा मिलता है| इस वजह से इसका नाम रुद्राष्टाध्यायी रखा गया है। जो भक्त रुद्राभिषेक करते है उन्हें सम्पूर्ण 10 अध्यायों का पाठ रूपक या षडंग पाठ करना होता है| आइये जनते है इसके मन्त्र क्या है|
Credit/Source:- https://www.youtube.com/watch?v=EyTAA0sONB0