Goal Setting
क्या हम इस बात की संभावना पर ख्याल कर सकते हैं कि किसी भी मंजिल यानि लक्ष्य का निर्धारण किए बगैर हम किसी भी काम को अंजाम देंगे? हो सकता है कि जीवन में कई ऐसी परिस्थितियां आएं जबकि बिना सोचे-समझे कदम उठाना पड़ जाए लेकिन तब भी किसी न किसी सीमा तक गोल सेटिंग किए बिना तो उसे प्राप्त कर सकना मुमकिन ही नहीं। कहावत है कि “बिना बिचारे जो करे सो पाछे पछताए” यानि यदि किसी लक्ष्य निर्धारण के बिना कोई काम कर भी दिया जाए तो ऐसी स्थिति में अक्सर हमें समस्या ही उठानी पड़ती है। तब क्या हमें इस बात को लेकर सचेत नहीं होना चाहिए कि कदम उठाने के पहले ही हम कोई निश्चित रूप-रेखा तो तैयार कर ही लें अन्यथा की स्थिति में परिणाम के प्रतिकूल जाने की प्रत्याशा अधिक होती है।
आज हम इस बात पर चर्चा करेंगे कि जीवन में गोल सेटिंग कितना जरूरी है।
Credit/Source:- https://www.youtube.com/watch?v=ZJbb0W93-Fk