कर्म बड़ा या भाग्य?
लोग कहते है कि इंसान खाली हाथ आता है और खाली हाथ जाता है,
"सच यह है कि इंसान भाग्य लेकर आता है और कर्म लेकर जाता है। "
कर्म बड़ा है या भाग्य एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है। इस विषय पर अलग लोगों के अपने विचार हो सकते हैं।
जैसे : किसी इंसान का एकदम अमीर घर में जन्म लेना उसका भाग्य है। आगे की ज़िन्दगी जीने के लिए और सफल होने के लिए मेहनत+ लगन + धैर्य+ईमानदारी +अच्छा व्यवहार+ सही निर्णय+ भाग्य का साथ ये सब चीजें जरूरी हैं।
जिसमें 80℅ में मेहनत, लगन, धैर्य, ईमानदारी और व्यवहार आते हैं तो 20℅ भाग्य का हाथ होता है। न सिर्फ भाग्य के भरोसे कोई सफल हो सकता है और न ही भाग्य के बिना सफलता के शिखर पर पहुँच सकता है।
भाग्य प्रबल है तो आप अपने लक्ष्य तक पहुँच सकते हैं। एक कहावत भी है "किस्मत ( भाग्य )बलवान तो गधा पहलवान"। मतलब किस्मत तेज है तो बिना मेहनत के भी कभी आपको मनपसंद चीज मिल जाती है। लेकिन हर बार यही सोंचकर सफलता हासिल नहीं की जा सकती है।
भागवत गीता में श्री कृष्ण द्वारा कही गयी ये पंक्तियाँ आज भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
कर्म करो ,फल की चिन्ता मत करो,
जैसा कर्म करोगे ,वैसा ही फल मिलेगा।